दबे पैर चला आता है लिवर कैंसर
सुमन कुमार
इंसानी शरीर में लिवर एक ऐसा अंग है जो चुपचाप अपना काम करता है और इसकी खराबी से संबंधित लक्षण भी इतनी देर से सामने आते हैं कि लक्षण सामने आने तक लिवर 50 फीसदी खराब हो चुका होता है। समय पर बीमारी का पता नहीं चलने और इलाज नहीं मिलने के कारण लिवर सिरोसिस की समस्या होती है, खासकर हेपेटाइटिस बी और सी वायरल संक्रमण के कारण।
इसके अलावा सिरोसिस के मामले में कभी भी ट्यूमर बन सकता है। 70 फीसदी मामलों में सिरोसिस कैंसर की दिशा में अग्रसर हो जाता है और ये कैंसर वर्तमान में सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैंसर है।
टीकाकरण
हालांकि हेपेटाइटिस बी के संक्रमण को रोकने में टीकाकरण अभियान बेहद मददगार होता है। इस टीके को लिवर की क्रोनिक बीमारियों और हेपेटोसेल्यूलर कार्सिनोमा या कहें लिवर कैंसर की घटनाओं को कम करने में मददगार माना जाता है। वयस्कों में इस टीके के तीन डोज लेने की जरूरत है। पहला डोज लेने के 1 से 2 महीने के अंदर दूसरा और 4 से 6 महीने के अंदर तीसरा डोज लेना चाहिए।
क्या कहते हैं डॉक्टर
इस बारे में हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉक्टर के.के. अग्रवाल ने कहा कि लिवर रक्त में बनने वाले विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। चूंकि शरीर का पूरा रक्त लिवर से होकर गुजरता है इसलिए खून के जरिये शरीर में बह रही कैंसर कोशिकाओं के लिए भी लिवर एक आसान शिकार होता है। लिवर कई तरह की कोशिकाओं से मिलकर बना है इसलिए यहां अलग अलग तरह के ट्यूमर भी बन सकते हैं। ये ट्यूमर कैंसर वाले और बिना कैंसर वाले हो सकते हैं और शरीर के दूसरे हिस्से में भी फैल सकते हैं। इन ट्यूमर्स की वजहें अलग अलग होती हैं और इसलिए इनका इलाज भी अलग अलग होता है। प्राथमिक लिवर कैंसर वाले आधे से अधिक मरीजों में सिरोसिस पाया जाता है जो कि अल्कोहल के ज्यादा सेवन से लिवर को होने वाले नुकसान का प्रतीक है।
लिवर कैंसर के लक्षण
डॉक्टर अग्रवाल के अनुसार लिवर कैंसर के लक्षणों में वजन और भूख में कमी, मितली या उल्टी, लिवर और स्प्लीन (प्लीहा) का आकार बढ़ जाना, पेट अथवा दाएं कंधे में दर्द, पेट में सूजन अथवा ज्यादा मात्रा में तरल बनना, खुजली और त्वचा एवं आंखों का पीलापन (पीलिया) शामिल हैं। डॉक्टर अग्रवाल कहते हैं कि इस मामले में इलाज के चार स्तर है टी 1 से लेकर टी 4 तक। डॉक्टरों को ये देखना होता है कि लिवर ट्यूमर का आकार क्या है अथवा कैंसर लिवर के किसी रक्त वाहिनी में तो नहीं विकसित हुआ है? इसका अर्थ ये होता है कि कैंसर स्वाभाविक रूप से किसी वेन अथवा आर्टरी के अंदर या उसके आसपास विकसित हो रहा है, या फिर इसका अर्थ है कि कैंसर कोशिकाओं का वेन या आर्टरी में अतिसूक्ष्म विकास हो रहा है।
कुछ टिप्स
- अल्कोहल और तम्बाकू का सेवन सीमित करें।
- अत्यधिक अल्कोहल का सेवन लिवर कैंसर के विकास का बड़ा जोखिम घटक है।
- स्वास्थ्यकर भोजन करें और खूब पानी पीएं। सब्जियां और साबूत अनाज का सेवन करें। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं और शरीर में फ्री रेडिकल्स बनने से रोकने का काम करते हैं।
- रोज कम से कम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम करें। ये न सिर्फ आपको फिट रखेगा बल्कि वजन को भी बहुत अधिक नहीं बढ़ने देगा।
- हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाएं।
Comments (0)
Facebook Comments (0)